सत्ता के आगे पुलिस पूरी तरह से जबलपुर पुलिस पूरी तरह दंडवत हो गई। दरअसल मामला बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व सांसद राकेश सिंह के भतीजे व भांजे से मारपीट का जो था। बीजेपी पदाधिकारियों के साथ पुलिस ने पूरी रात वेटरनरी कॉलेज के हास्टल कैम्पस में तांडव मचाया। कमरों में सो रहे 82 छात्र और प्रशिक्षण के लिए रुके लोगों को उठा ले गई।
इसमें से अधिकतर को पता भी नहीं था कि उन्हें किस गुनाह में पुलिस ले जा रही है। भीषण ठंड में खमरिया के थाने में सभी को रखा गया। सांसद के भतीजे तनिष्क राज सिंह की शिकायत पर वेटरनरी के स्कॉलर छात्र डॉक्टर नरेंद्र सिंह तोमर सहित 100 के खिलाफ सिविल लाइंस में धारा 294, 279, 323, 324, 365, 336, 337, 147, 148, 149 व 506 भादवि का प्रकरण दर्ज किया गया।
ऐसे चला पूरा घटनाक्रम
- रात 10.30 बजे तनिष्क, भाई आयुष, दोस्त प्रखर व उसकी मां के साथ कार से निकले थे
- रात 10.45 बजे सर्किट हाउस क्रमांक दो के सामने उनकी कार में डॉक्टर नरेंद्र सिंह तोमर की कार से टक्कर
- रात 11.20 बजे तक तीनों ने मिलकर नरेंद्र के साथ मारपीट की, उसे मुर्गा बनाया।
- रात 11.30 बजे नरेंद्र के साथी वेटरनरी कॉलेज से पहुंच गए और तनिष्क, आयुष से मारपीट की
- रात 11.45 बजे पूर्व एमआईसी सदस्य कमलेश अग्रवाल सहित समर्थकों ने कैम्पस में घुसकर गुंडई की।
- रात 12.00 बजे सेट से कॉल कर शहर के सभी टीआई, सीएसपी, एएसपी को बुलाया गया। एसपी भी पहुंचे।
- रात 1.30 बजे बीजेपी के युवा संगठन सहित अन्य विंग के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को बुलाया गया।
- रात 2.30 बजे तक पूरे परिसर की सर्चिंग कर 82 छात्रों को पुलिस वाहनों में सुरक्षा के बीच खमरिया थाने ले जाया गया।
- रात 3.45 बजे मामले में सिविल लाइंस थाने में नरेंद्र सहित 100 पर अपहरण, बलवा सहित विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज हुई।
- दोपहर 12.00 तक सभी हिरासत में लिए गए 82 छात्रों को वहीं खमरिया में रखा गया है। पुलिस का दावा है कि सभी से पूछताछ की जा रही है।
- दोपहर 12.30 बजे 79 छात्रों की संलिप्तता नहीं मिलने पर छोड़ दिया गया। तीन छात्रों से पूछताछ जारी है।

ये था पूरा मामला
सांसद राकेश सिंह के सगे भाई लेखराज सिंह का बेटा तनिष्क राज सिंह 12वीं का छात्र है। 18 वर्षीय तनिष्क रविवार रात फुफेरे भाई आयुष सिंह, दोस्त प्रखर द्विवेदी की कार में उसकी मां के साथ सर्किट हाउस नंबर दो के सामने से निकल रहे थे। उसी दौरान उनकी कार में वेटरनरी कॉलेज के स्कॉलर शिवपुरी निवासी डॉक्टर नरेंद्र सिंह तोमर की कार एमपी 20 सीएफ 5493 से टक्कर लग गई। आरोप है कि सांसद के भतीजे, भांजे और उसके दोस्त ने नरेंद्र के साथ मारपीट की और उसे मुर्गा बनाने का दबाव डालने लगे।

वेटरनरी कॉलेज के छात्रों को बुलाया
नरेंद्र ने वेटरनरी कॉलेज के दोस्तों को बुलाया। आठ-दस की संख्या में पहुंचे छात्रों ने तनिष्क और आयुष की पिटाई कर दी। मारपीट की खबर पाकर एमआईसी सदस्य कमलेश अग्रवाल, अमित अग्रवाल सहित 20-25 लोग बेस-बॉल लेकर वेटरनरी कॉलेज कैम्पस में घुस गए। वहां छात्रों के साथ-साथ रोकने पहुंचे प्रोफेसरों की भी पिटाई कर दी। ये सब कुछ पुलिस की मौजूदगी में हुआ। हंगामा बढ़ा तो एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा और नाइट ड्यूटी में उपलब्ध शहर के सभी टीआई व थाने के बल को बुला लिया गया।

कैम्पस में चप्पे-चप्पे की सर्चिंग
सांसद के भतीजे व भांजे के साथ मारपीट की खबर को बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया गया। तनिष्क ने एफआईआर में दावा किया है कि डॉक्टर नरेंद्र तोमर सिंह और उसके दोस्तों ने उसे अगवा कर दूर तक ले गए और मारपीट की। यही कारण रहा कि पुलिस ने मामले में बलवा के साथ अपहरण की धाराएं भी दर्ज की है। पुलिस ने देर रात तक वेटनरी कॉलेज कैम्पस में चप्पे-चप्पे की सर्चिंग की। हास्टल के कमरों में सो रहे 82 छात्रों को अपराधियों की तरह खींच कर उठा लिया गया। सभी को तीन वाहनों में भरकर आगे-पीछे पुलिस के कई वाहनों के पहरे में 15 किमी दूर खमरिया थाने ले जाया गया।

थाने में अमानवीय हरकत
वेटनरी कॉलेज के 82 छात्रों को वहां अपराधियों की तरह पुलिस ने फर्श पर बिठा दिया। जबकि इसमें से अधिकतर को वारदात के बारे में पता तक नहीं है। दोपहर साढ़े 12 बजे तक पूछताछ के नाम पर पुलिस खमरिया थाने में ही रोके रखा। इसके बाद 79 छात्रों को छोड़ा। तीन से पूछताछ जारी है। पुलिस की इस बर्बरता से वेटनरी कॉलेज के छात्रों में दहशत फैल गई है। पूरे कैम्पस में सन्नाटा पसरा हुआ है। कैम्पस में रात भर पुलिस की सर्चिंग के चलते वहां रहने वाले प्रोफेसर सहित अन्य कर्मचारियों के परिजन व बच्चे तक दहशत में हैं।

पथराव में इनको चोट आई
सांसद के भतीजे के साथ मारपीट के बाद कैम्पस में घुसकर मारपीट करने पहुंचे एमआईसी सदस्य कमलेश अग्रवाल के समर्थकों में अमित अग्रवाल, आशीष पासी, आयुष को चोटें आई हैं। तनिष्क को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालांकि चिकित्सकों ने उसे मामूली चोट बताई है। विवाद के बाद मौके पर फोन कर बीजेपी के पदाधिकारियों व समर्थकों को एकत्र किया गया। डॉक्टर की कार को भी निशाना बनाया गया। पुलिस ने क्रेन बुलाकर कार को वहां से अलग कराया। इस दौरान वहां से गुजरने वाले राहगीरों के साथ भी समर्थकों ने मारपीट की।

अब बीजेपी की तरफ से ये सफाई आई
बीजेपी की तरफ से जय सचदेवा ने सोशल मीडिया में एक विज्ञप्ति जारी की है। इसमें बताया गया कि विवाद भांजे आयुष से हुआ। उसके बुलाने पर तनिष्क वहां पहुंचे। वेटनरी डॉक्टर नशे में धुत था। उसने प्रखर की कार सहित दो-तीन ठेलों में भी टक्कर मारी। फिर दोस्तों को बुलाकर मारपीट की। तनिष्क को गाड़ी में बिठाकर रिज रोड तक ले गए। इसके बाद पुलिस पहुंची तो छोड़कर भागे।

विवाद न हो, इस कारण बल बुलाना पड़ा
घायल तनिष्क सिंह की शिकायत पर प्रकरण दर्ज किया गया। विवेचना जारी है। 79 छात्रों को बयान लेकर छोड़ दिया गया। कुछ संदेही से पूछताछ की जा रही है। अभी तक दूसरे पक्ष से कोई आवेदन नहीं आया है। यदि आएगा तो वैधानिक कार्रवाई होगी। विवाद के बाद मौके पर बीजेपी के कार्यकर्ता एकत्र होने लगे थे। विवाद अधिक न बढ़े, इस कारण मैं स्वयं और सिटी के अन्य थानों का बल बुलाना पड़ा था।
सिद्धार्थ बहुुगुणा, एसपी, जबलपुर
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