संदेह को लेकर हुए विवाद में पत्नी की हत्या करने वाला वकील राजा विश्वकर्मा शुक्रवार देर रात आरक्षक को धक्का देकर फरार हो गया। छह घंटे के बाद वह नाटकीय तरीके से बहन के घर से गिरफ्तार हुआ। उसकी घेराबंदी में पूरे शहर की पुलिस को उतार दिया गया था। चीता पेट्रोलिंग से लेकर रात्रि गश्त करने वाली पूरी टीम को सर्चिंग में लगाया गया था। बावजूद वह छिपते-छिपाते आठ किमी दूर परसवाड़ा पहुंचा था। वहां सिविल में खड़ी पुलिस ने उसे दबोच लिया।

सवा तीन बजे हुआ फरार
गलगला निवासी अधिवक्ता राजा उर्फ चंद्रदीप विश्वकर्मा ने शुक्रवार को घरेलू विवाद में पत्नी मोनिका उर्फ राजश्री (27) की हत्या कर दी थी। पुलिस ने उसे हत्या की वारदात के तुरंत बाद पिता के सहयोग से गिरफ्तार कर लिया था। रात में पूछताछ और बयान दर्ज करने के बाद आरक्षक प्रमोद मिश्रा उसे लॉकअप में ले जा रहा था। TI कक्ष से लॉकअप दूर है। उसी दौरान वह आरक्षक को धक्का देकर फरार हो गया। आरक्षक के शोर मचाने पर पुलिस ने पीछा भी किया, लेकिन वह भाग निकला।
पूरे शहर की घेराबंदी
पुलिस अभिरक्षा से फरार होने की खबर मिलते ही हड़कंप मच गया। SP सिद्धार्थ बहुगुणा, ASP सिटी अमित कुमार के साथ सारे वरिष्ठ अधिकारी थाने पहुंचे। इसके बाद पूरे शहर की त्रिस्तरीय घेराबंदी की गई। पहले दो किमी के एरिया को घेरा गया। घमापुर, बल्देवबाग, रानीताल, गोहलपुर, आगा चौक सहित सारे मार्गों पर पुलिस बल और चीता आरक्षकों की फिक्स ड्यूटी लगाई गई। बावजूद वह सुबह आठ बजे तक हाथ नहीं आया।

पिता की मदद से फिर पकड़ा गया
राजा विश्वकर्मा के पिता श्यामलाल विश्वकर्मा की मदद से ही दूसरी बार भी पुलिस उसे छह घंटे बाद पकड़ पाई। SP ने रात में ही उसके सारे रिश्तेदारों के घरों के आसपास पुलिस बल लगा दिए। पिता श्यामलाल ने बताया की उनकी चार बेटियों में परसवाड़ा में रहने वाली बेटी सिद्धात्री के वह काफी करीब था। पुलिस ने वहां भी बल लगा दिया। सुबह आठ बजे के लगभग जैसे ही राजा पैदल पहुंचा। वहां मौजूद टीम ने दबोच लिया। इसके बाद उसे कोतवाली थाने लाकर पूछताछ की जा रही है।
ऐसे तय किया आठ किमी का सफर
राजा कोतवाली में पुलिस अभिरक्षा से फरार होने के बाद दरहाई स्थित हनुमान मंदिर में घुस गया था। वहां से निकल कर पीछे एक टूटी बिल्डिंग में घुस गया। यहां दीवार फांदते समय गिर गया तो पैर में चोट आ गई। पुलिस का टॉर्च देखकर वह टूटी बिल्डिंग के बाथरूम में दुबक गया। जब पुलिस निकल गई तो दरहाई से होते हुए विजय नगर क्षेत्र में खेतों से होकर वह सुबह आठ बजे परसवाड़ा में रहने वाली सिद्धात्री के घर पहुंचा। वहां बाहर ऑटो में पुलिस पहले से बैठी थी। तुरंत उसे दबोच लिया।

18 जून को हुई थी शादी
गलगला तिराहा निवासी राजा उर्फ चंद्रदीप पेशे से अधिवक्ता है। 18 जून 2020 को उसने मंदिर में बढ़ई मोहल्ला फूटाताल निवासी पैर से दिव्यांग मोनिका उर्फ राजश्री से प्रेम विवाह किया था। राजा ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि पत्नी मोनिका उसके चरित्र पर संदेह करती थी। इस कारण शादी के कुछ दिनों बाद ही उनके बीच विवाद होने लगा था।
गुरुवार रात में भी हुआ था विवाद
गुरुवार रात ढाई बजे उनके बीच इसी बात को लेकर विवाद हुआ था। तब भी उसने पत्नी के साथ मारपीट की थी। तीसरी मंजिल पर रहने वाले पिता श्यामलाल और मां ने बीच-बचाव किया तो विवाद शांत हो गया था। शुक्रवार शाम पौने चार बजे वह फिर पत्नी से विवाद करते हुए मारपीट करने लगा। गुस्से में लोहे के डम्बल के कटे भाग से मोनिका के सिर पर वार कर मार डाला था। बेटे की करतूत सुनकर श्यामलाल पहुंचे और उसे कमरे में बंद कर पुलिस को खबर कर दी थी।
फरार कैसे हुआ जांच होगी
आरोपी राजा विश्वकर्मा के थाने से फरार होने के मामले की जांच कराएंगे। उसकी फरारी के प्रकरण में धारा 224 का मामला दर्ज किया गया है। पत्नी की हत्या करने पर धारा 302 पहले से दर्ज है। छह घंटे बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
सिद्धार्थ बहुगुणा, SP, जबलपुर
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