छिंदवाड़ा में अंधविश्वास का एक बड़ा मामला सामने आया है। यहां पर एक युवती ने नाग से शादी कर ली। युवती का कहना है- नागपंचमी से सपने में नागदेवता आ रहे थे, जिसके बाद से उसने नागदेवता से शादी करने की जिद पकड़ ली थी। माता-पिता को उसकी जिद के सामने झुकना पड़ा और बुधवार को तमाम लोगों के मने युवती ने गांव में नाग पूजन स्थल पर विवाह रचाया। इसकी जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर वहां से वापस भेज दिया।

मामला छिंदवाड़ा जिले के परासिया विधानसभा क्षेत्र आदिवासी अंचल की धमनिया पंचायत का है। धमनिया पंचायत के सित्ताढाना निवासी व्यक्ति की 18 साल की बेटी आठवीं के बाद पढ़ाई छोड़ चुकी है। उसको नागपंचमी से सपने में घर और खेत नागराज दिखाई देते थे। इसके बाद उसने नाग देवता से शादी करने की बात कहने लगी। शादी नहीं होने पर जान देने की धमकी देने लगी।

बेटी की जिद के आगे माता-पिता को विवश होकर उसकी बात माननी पड़ी। दुल्हन बनकर आई गीता ने घर के पास बने नाग पूजन स्थल पर लोहे से बने स्थापित नागदेवता के साथ रीति रिवाजों के साथ शादी करवाई गई। इस अनोखी शादी में गांव के सैकड़ों लोग भी शामिल हुए। इस दौरान सामूहिक भोज का भी आयोजन किया गया। पुलिस-प्रशासन को खबर लगी तो मौके पर पहुंची और लोगो को समझाइश देकर वापस लौटा दिया गया।
अवचेतन मन के हावी होने पर ऐसा होता है: डॉ. साहू
मनोचिकित्सक डॉ. आरएन साहू ने बताया कि ऐसा होना एक प्रकार का ट्रांसस्टेट है। जब हमारा अवचेतन मन (अनकॉन्सस माइंड) चेतन मन (कॉन्सस माइंड) पर हावी हो जाता है तो फिर इंसान ऐसी गतिविधियां करता है। असल में इस दौरान ब्रेन का डिफेंस मैकेनिज्म कमजोर हो जाता है, जिससे हम अचेतनता की बातों को सही मानने लगते हैं। छिंदवाड़ा की घटना में भी उस लड़की के साथ ऐसा ही हुआ होगा।
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