जापानी ऑटोमोबाइल कंपनी निसान मोटर्स इंडिया अपनी स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (SUV) मैग्नाइट को मिले जबरदस्त रेस्पॉन्स से बहुत उत्साहित है। उसने घरेलू बाजार में इस SUV की मांग पूरी करने के लिए चेन्नई वाले प्लांट में प्रॉडक्शन डेढ़ गुना करने के लिए 1,000 वर्कर्स की भर्ती करने का फैसला किया है। निसान मोटर इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर राकेश श्रीवास्तव ने सोमवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि मैग्नाइट को एक्सपोर्ट करने की भी योजना है। मैग्नाइट को ASEAN NCAP क्रैश टेस्ट में 4 स्टार रेटिंग मिली है।
महीने भर में ही लगभग साल भर के ऑर्डर
कंपनी ने 2 दिसंबर 2020 को जब मैग्नाइट को लॉन्च किया था तो उसे अंदाजा नहीं था कि महीने भर में ही लगभग साल भर के ऑर्डर मिल जाएंगे। कंपनी को 2 दिसंबर को लॉन्च कॉम्पैक्ट SUV के लिए अब तक 32,800 से ज्यादा यूनिट की बुकिंग मिल चुकी है, जो रोजाना 1,000 बैठती है। कंपनी अपने चेन्नई प्लांट में हर महीने 2,700 कारें बना रही है, जिसको उसने 4,000 यूनिट तक ले जाने का प्लान बनाया है। श्रीवास्तव ने कहा कि कंपनी अपने कॉम्पैक्ट SUV मैग्नाइट को इंडोनेशिया और साउथ अफ्रीका में भी एक्सपोर्ट करना चाहती है लेकिन घरेलू मांग पूरी करना उसकी पहली प्राथमिकता होगी।
हेवी डिमांड के चलते डीलरों ने बुकिंग बंद की
निसान को मैग्नाइट के लिए सबसे ज्यादा बुकिंग साल 2020 के अंतिम दिन मिली, जब उसके पास 5,000 से ज्यादा कारों के ऑर्डर आ गए। एक दिन में हुई इतनी ज्यादा बुकिंग की वजह इसके सभी वैरिएंट की कीमत में 50 से 55 हजार रुपये की बढ़ोतरी की संभावना रही। लेकिन, कंपनी ने सिर्फ मैग्नाइट XE का शोरूम प्राइस 4.99 लाख रुपये से बढ़ाकर 5.49 लाख रुपये किया है। कॉम्पैक्ट SUV की डिमांड में आए यू-टर्न के चलते कंपनी के डीलरों ने नई बुकिंग लेना बंद कर दिया है। दरअसल, मैग्नाइट के कुछ वेरिएंट का वेटिंग पीरियड 10 महीने से ज्यादा हो गया है। ऐसी मांग पिछले पांच साल से बदहाली झेल रही निसान मोटर इंडिया को उबार सकती है।
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